नाभी शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। नाभि को शरीर का केंद्र बिंदु भी कहा जाता है। शरीर की अच्छी सेहत के लिए नाभि का अपनी जगह पर बने रहना जरूरी होता है।
दोनों हाथों में देखें
धरण गिरी है या नहीं इसे पहचानने का एक और तरीका है जो काफी प्रचलित भी है। इसके लिए रोगी के दोनों हाथों की रेखाएं मिला कर छोटी अंगुली की लम्बाई चेक करें, दोनों अंगुलियों की रेखाएं बिलकुल बराबर रखें। यदि मिलाने पर अंत में दोनों अंगुलियों की लंबाई में थोड़ा सा भी अंतर दिखे, तो इसका मतलब है कि धरण गिरी हुई है।
नाभि जब अपनी जगह से हट जाती है तब इंसान को कई तरह की परेशानियां जैसे पेट का दर्द, कब्ज, गैस, नाभि के आस-पास भंयकर दर्द होना आदि जैसी समस्याएं होने लगती हैं। नाभि कैसे सरकती है यह भी आपको जानना जरूरी है। नाभि सरकने का मुख्य कारण है किसी झटके के साथ कोई सामान उठाना या कोई भारी सामान उठाना आदि से नाभि अपनी जगह को छोड़ देती है। नाभि का अपनी जगह पर होना बहुत जरूरी होता है।
✍ *नाभि या पेट में टुंडी को दबाने से धड़कन सी दबने का अहसास होता है। इसके अलावा ये धड़कने पेट के बांई या दांई ओर होने लगती है। इस को ही नाभि टलना या नाभि का स्थान छोड़ना आदि कहा जाता है।*
✋ *नाभि ठीक करने के उपाय:*
✍ पैर की टांग को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं। इसे कुछ-कुछ इंच तक धीरे से ही ऊपर की ओर उठाएं, तकरीबन 9 इंच की ऊंचाई पर आने के बाद फिर धीरे-धीरे नीचे रखकर लंबी सांस लें। यही क्रिया दो बार और करें। इस क्रिया को सुबह शाम ख़ाली पेट करना है, इससे नाभि अपने स्थान पर आ जाती है।
✍ सुबह खाली पेट सरसों के तेल की कुछ बूंदों को नाभि पर टपकाने से नाभि धीरे.धीरे वापस अपनी जगह पर आती है। या आप रूई को सरसों के तेल में भिगों लें और उसे नाभि के उपर रखें।
✍ किसी छोटे कपड़े मे अदरक के रस को डालकर उस कपड़े को नाभि के उपर पंद्रह मिनट के बाद बदलते रहने से नाभि वापस अपने जगह पर बैठ जाती है। साथ इस समस्या से होने वाले दस्त व दर्द में आराम मिलता है।
✍आप पका हुआ टमाटर लें और उसे बीच में से चीर लें और इसमें भुना हुआ सुहागा की डे़ढ ग्राम की मात्रा को डालकर चूसने से नाभि वापस अपनी जगह पर आ जाती है।
✍ *यदि नाभि टल जाए तो चिंता ना करें गुड के साथ पिसी हुई दो चम्मच सौंफ को लगातार पांच दिनों तक खाएं। इस उपचार से नाभि अपनी जगह से खिसकनी बंद हो जाती है। और धीरे-धीरे वापस अपनी असल स्थिति में आ जाती है।*
✍ नाभि को सही जगह पर वापस लाने के लिए यदि नाभि दाहिनी तरफ चली गई हो तो र्बांइं ओर की पिंडली को दबाएं। और यदि नाभि बांई ओर चली गई हो तो दांई तरफ दबाने से नाभि वापस अपनी वास्तविक जगह पर आ जाती है।
✋ *नाभि बैठाने के बाद ध्यान में रखें ये बातें*
✍ एक चम्मच हल्दी के चूर्ण को 250 ग्राम दही के साथ मिलाकर कुछ दिनों तक लगातार खांए। इससे नाभि फिर अपना स्थान दोबारा नहीं छोड़ती है।
✍ नमक को गुड़ के साथ मिलाकर खाने से नाभि अपने स्थान पर बनी रहती है।
नाभि का टलना कोई सामान्य समस्या नहीं है इस वजह से आपको कई तरह के नुकसान हो सकते हैं, इसके हट जाने से बहुत सी बीमारियां घेर लेती हैं, साथ ही कोई दवा काम नही करती।
डॉ स्मृति चौरसिया
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